सोनार बांग्ला vs टोलाबाजी बांग्ला

 

ोकतंत्र मतलब जनता का जनता के लिए जनता के द्वारा चलाया जाने वाला शासन सिर्फ किताबो में पढ़ने और सुनने में ही अच्छा लगता है । जमीनी हकीकत से कोसो दूर हर बार की तरह इस बार फ़िर पश्चिम बंगाल में 5 साल के कार्यकाल के लिए रणभेरी और उसका शंखनाद बज चुका है फर्क सिर्फ इतना है कि 2021 में ये चुनाव हो रहा है । जी हां 2021 और ममता बनर्जी के कटमनी भ्रष्टाचार दोनो के ही खात्मे का साल ,  कोरोना काल में वेक्सिनेशन प्रोसेस के समय में हो रहे है विधानसभा चुनाव। यहाँ मुख्य चुनावी पार्टिया है भाजपा ( एनडीए परिवार ) और सामने है ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस जबकि कांग्रेस और वामपंथियों के गठबंधन का असर कही नही दिख रहा । पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2016 में 294 सीटों के लिए हुई मतगणना में पश्चिम बंगाल की जनता ने एक बार ममता बनर्जी पर भरोसा जताया था। ममता बनर्जी की TMC ने उस चुनाव में 211 सीटों पर सफलता हासिल कर राज्य में एक बार फिर अपनी सत्ता कायम की थी। उस समय विपक्ष बहुत कमजोर था परंतु लोकसभा चुनाव 2019 में ममता बनर्जी का दल हाफ हो गया था और भाजपा को विशाल सीटों के साथ 18 सांसद देने वाला राज्य बन पश्चिम बंगाल। ममता बनर्जी की करप्शन वाली सरकार के दिन उसी समय लद गए थे

अबकी बार भाजपा का चुनावी नारा भी यही है

लोकसभा चुनाव tmc  हाफ

अबकी बार tmc साफ़ “

और “ 2 मई ममता गई” .....

 

बंगाल चुनाव इस बार कुल 8 चरणों में हो रहे है  चुनाव  27 मार्च से शुरु हुए है और 2 मई को नतीजो के साथ ख़त्म हो जायेंगे 2 मई को वोटों की गिनती होगी।

इस बार देखना दिलचस्प होगा कि पश्चिम बंगाल पर किसका होगा राज और कौन करेगा इस बार बंगाल पर राज । नंदीग्राम सीट से चुनाव लड़ रही ममता बनर्जी लगभग 40000 वोट से हारने वाली है और भाजपा का विजय परचम इसी सीट की महत्वता से लगाया जा सकता है । बंगाल के लोग ममता बनर्जी के दुर्गा पूजा और हिंदू धर्म पर बहुत से प्रतिबंधन लगाने के कारण काफी खफ़ा है। वही हिन्दू धर्म के एकजुट मतदाताओं में इस बार ममता बनर्जी को “जय श्री राम” के नारे से उसकी गूंज सुना दी है । ममता बनर्जी को जय श्री राम जी के नारे से भी परेशानी है ।

ये बंगाल की जनता है इसने मन बना लिया है किसको इस बार मत दिया जायेगा  । 

 

खैर इन सब से परे एक आकलन और या युह कहूँ कि मेरा मत है कि मोदी जी की डबल इंजन वाली एनडीए 294 में से 160-187 के आसपास सीट मिलने की सम्भावना है । वही ममता बनर्जी की सेना 80 से 90 सीटों के साथ मुख्य विपक्षी गठबंधन रहेगा । 25- 35 सीट वामपंथियों और इटली की विचारधारा वाली कांग्रेस की पार्टी को और 1 से 5 निर्दलीय और अन्य को सीटे मिलेगी।  

बाकि देखते है इस बार बंगाल में किसकी बहार

असोल परिवर्तन मांगे बंगाल या पिशी का जादू चलेगा फिर एक बार

 

 


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