पेट्रोल पर हाय तौबा :- कांग्रेस का दुगुना टैक्स


पेट्रोल और डीजल अब हर इंसान के जिंदगी के अहम हिस्से है । जब मोदी सरकार 2014 में केंद्र पर काबिज हुई थी तो दाम 72 रुपए प्रति लीटर पेट्रोल और 58 रुपए प्रति लीटर डीजल था। धीरे धीरे दाम बढे मोदी सरकार ने केंद्र का वेट कम किया फिर लॉक डाउन में केंद्र सरकार ने भी टैक्स बढ़ाकर जनता के लिए थोड़ी मुसीबत भविष्य के लिए खड़ी कर दी थी ।

भारत में 71% टैक्स, दुनिया में सबसे ज्यादा
पंप मिलने वाले पेट्रोल-डीजल पर कुल 71 फीसदी टैक्स लगता है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा है। भारत के अलावा सिर्फ फ्रांस, जर्मनी, इटली और ब्रिटेन में ही ईंधन पर टैक्स 60 फीसदी से ज्यादा है। पिछले साल तक भारत में भी डीजल और पेट्रोल पर टैक्स 50 फीसदी तक था।

कोरोना वायरस और लॉकडाउन से उत्पन्न आर्थिक संकट के बीच आम आदमी की परेशानी बढ़ती जा रही है। जनता काे अब पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में वृद्धि से भी जूझना पड़ रहा है। पर इन सबसे परे सबसे बड़ी देखने वाली बात ये थी कि जिस पेट्रोल पर केंद्र सरकार ने ववैट बढ़ाया उससे कही ज्यादा कांग्रेस या भाजपा विरोधी राज्य सरकार ने फायदा उठाते हुए उनसे दुगुना कर लेने लगे । 

आज भाजपा शाषित राज्यो में पेट्रोल 82 के आसपास और डीजल 77 के आसपास चल रहा है वही राजस्थान पंजाब महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल जैसे भाजपा विरोधी राज्यो ने जनता की कमर तोड़ रखी है । वहाँ पर दाम 95 के आसपास जाकर खड़े है और डीजल भी अब तो 90 के पास पहुँच गया है । एक आम आदमी एक किसान और गरीब के लिए ये दोहरी मार के जैसा है । एक तो कोरोना ने रोजगार के साधन के साथ साथ बेरोजगारी कंधों पर लाद दी है ऊपर से राजस्थान सरकार का ये दोहरा कर सिस्टम वैट पे वैट बढ़ाना जनता के लिए अब हजम करना मुश्किल होता जा रहा है ।

इस वक्त राजस्थान और मध्य प्रदेश देश के दो ऐसे राज्य हैं, जहां पर पेट्रोल-डीजल सबसे ज्यादा महंगा है। इसका कारण है सेंट्रल टैक्स के अलावा लगने वाला वैट और सेस

कैसे घट सकते हैं दाम
पेट्रोल- डीजल के दामों को राज्य स्तर पर घटाने के लिए सरकार कदम उठा सकती है। इसमें वैट को कम करने के सीधे तरीके के अलावा रोड सेस में राहत देकर भी सरकार लोगों को तत्काल दे सकती है। राजस्थान में पेट्रोल  पर 1.5 और डीजल पर 1.75 रुपये रोड सेस के है. पेट्रोल और डीजल पर रोड सेस से सरकार को हर महीने करीब 100 करोड़ रुपये  से ज्यादा का राजस्व मिल रहा है।

राजस्थान में है सबसे ज्यादा वैट
राजस्थान में इस वक्त वैट की दर पड़ोसी राज्यों से 10 फीसदी ज्यादा है. राज्य में पेट्रोल और डीजल पर क्रमशः 38 रुपये व 28 रुपये वैट है. रविवार को यहां पर पेट्रोल 92रुपये प्रति लीटर और डीजल 83 रुपये है. जानकारी के अनुसार प्रदेश में पेट्रोल पर 30 फीसदी और डीजल पर 22 फीसदी टैक्स वसूला जाता है।

एक्सपर्ट व्यू : पेट्राेल-डीजल काे जीसटी में लाएं, कम हाेगी रेट
एक्सपर्ट्स का कहना है  कि अभी पेट्राेल व डीजल पर कुल 71 प्रतिशत टैक्स लग रहे हैं। सरकार इन दाेनाें काे जीएसटी में शामिल कर ले और 28 प्रतिशत टैक्स लगा दे, ताे पेट्राेल की रेट में 20 रुपए तथा डीजल की रेट में करीब 15 रुपए की कमी आसानी से आ सकती है। इसमें से केंद्र और राज्य सरकारें 14-14 फीसदी राशि बांट लें।

 


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